Sara Din Sataate Ho

सारा दिन सताते हो, रातों को जगाते हो
सारा दिन सताते हो, रातों को जगाते हो
तुम याद बहुत आते हो
तुम याद बहुत आते हो

थोड़ी देर को आते हो, चले जाते हो
थोड़ी देर को आते हो, चले जाते हो
तुम याद बहुत आते हो

सारा दिन सताते हो, रातों को जगाते हो
थोड़ी देर को आते हो, चले जाते हो

बातें करता हूँ मैं कुछ नादानों सी
अब तो मेरी हालत है बस दीवानों सी
बातें करता हूँ मैं कुछ नादानों सी
अब तो मेरी हालत है बस दीवानों सी

दीवाने हो, तुम सबको दीवाना बनाते हो
ओ, थोड़ी देर को आते हो, चले जाते हो
हो, सारा दिन सताते हो, रातों को जगाते हो

मौसम दिल की धड़कन जैसा लगता है
इस कोयल की कूक से कैसा लगता है?
मौसम दिल की धड़कन जैसा लगता है
इस कोयल की कूक से कैसा लगता है?

मुझको ऐसा लगता है, जैसे तुम बुलाते हो
हो, सारा दिन सताते हो, रातों को जगाते हो
ओ, थोड़ी देर को आते हो, चले जाते हो

कब दिन ढलता है, कब चाँद निकलता है
कब दिन ढलता है, कब चाँद निकलता है
हाय, चकोरी का मन जैसे जलता है

यूँ ही तरसा-तरसा कर तुम सूरत दिखाते हो
सारा दिन सताते हो, रातों को जागते हो
तुम याद बहुत आते हो
तुम याद बहुत आते हो

थोड़ी देर को आते हो, चले जाते हो
तुम याद बहुत आते हो
तुम याद बहुत आते हो

तुम याद बहुत आते हो
तुम याद बहुत आते हो



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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