Motiyon Ki Ladi Hoon Main

मोतियों की लड़ी हूँ मैं, फुलवा की छड़ी हूँ मैं, रे सुंदर बड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए, अखियाँ बिछाए कब से खड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए, अखियाँ बिछाए कब से खड़ी हूँ मैं
मोतियों की लड़ी हूँ मैं, फुलवा की छड़ी हूँ मैं, रे सुंदर बड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए, अखियाँ बिछाए कब से खड़ी हूँ मैं

बेचैन हूँ कितनी देर से
बैठा है तू निगाहें क्यूँ फेर के?
ज़रा सा तो मुझे देख छेड़ के
बेचैन हूँ कितनी देर से
बैठा है तू निगाहें क्यूँ फेर के?
ज़रा सा तो मुझे देख छेड़ के

मैं भड़क गई तो फिर आग ना बुझेगी, इक फुलझड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए, अखियाँ बिछाए कब से खड़ी हूँ मैं
मोतियों की लड़ी हूँ मैं, फुलवा की छड़ी हूँ मैं, रे सुंदर बड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए, अखियाँ बिछाए कब से खड़ी हूँ मैं

मैं कौन हूँ, तेरी प्यास हूँ
हुस्न की मैं अदा एक ख़ास हूँ
आज क़िस्मत से मैं तेरे पास हूँ
मैं कौन हूँ, तेरी प्यास हूँ
हुस्न की मैं अदा एक ख़ास हूँ
आज क़िस्मत से मैं तेरे पास हूँ

मैं निकल गई तो फिर हाथ नहीं आऊँगी, ऐसी घड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए, अखियाँ बिछाए कब से खड़ी हूँ मैं
मोतियों की लड़ी हूँ मैं, फुलवा की छड़ी हूँ मैं, रे सुंदर बड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए, अखियाँ बिछाए कब से खड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए, अखियाँ बिछाए कब से खड़ी हूँ मैं



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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