Simat Ke Baharon Mein

सिमट के बाँहों में फूलों का आसमाँ आए
सिमट के बाँहों में फूलों का आसमाँ आए
दुआ अधूरी रहे...
दुआ अधूरी रहे, कोई मेहरबाँ आए
सिमट के बाँहों में फूलों का आसमाँ आए

सुनाए दिल की हिकायत कि शम्मा जलती है
तुम्हारी आँख में आहट हमारी चलती है

हमें क़रीब से देखो...
हमें क़रीब से देखो कि खो गए हैं हम
बदन की जागती लहरों पे सो गए हैं हम

हवा का क़त हो कि तुम फूलती 'इबारत हो
हमारा दिल हो कि तुम दिल की बादशाहत हो

कुछ इस तरह से हमारे लहू में शामिल हो
ख़ुदा समान हो, ख़ुदा, खुदा...
खुदा समान हो, फिर भी ख़ुदा से ग़ाफ़िल हो

बनो जो दर्द तो सारी ज़मीं तुम्हारी है
हमारे दिल की अभी तक सराए ख़ाली है
हमारे दिल की अभी तक सराए ख़ाली है

दुआ अधूरी रहे...
दुआ अधूरी रहे, कोई मेहरबाँ आए
सिमट के बाँहों में फूलों का आसमाँ आए



Credits
Writer(s): Jaidev Jaidev, Salauddin Parvez
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