Khayalon Mein Tum Ho

हो, खयालों में तुम हो, नज़ारों में तुम हो
मेरी ज़िन्दगी के इशारों में तुम हो
खयालों में तुम हो, नज़ारों में तुम हो

ना कहने में दिल, ना बस में जवानी
ना कहने में दिल, ना बस में जवानी
मगर दिल की मुश्किल बड़ी है सुहानी

खयालों में तुम हो, नज़ारों में तुम हो
मेरी ज़िन्दगी के इशारों में तुम हो
खयालों में तुम हो, नज़ारों में तुम हो

तुम मन भाए, मेरे दिल में समाए
दिल चैन नहीं पाए, लगी दिल की सताए
कोई पास बुलाए, अब रहा नही जाए

खयालों में तुम हो, नज़ारों में तुम हो
मेरी ज़िन्दगी के इशारों में तुम हो
खयालों में तुम हो, नज़ारों में तुम हो

कोई किस तरह अपना दामन बचाए
कोई किस तरह अपना दामन बचाए
जहाँ याद आयी क़दम डगमगाए

खयालों में तुम हो, नज़ारों में तुम हो
मेरी ज़िन्दगी के इशारों में तुम हो
खयालों में तुम हो, नज़ारों में तुम हो

मेरे छोटे से दिल पे ना करना सितम
मुझे देना ना ग़म, मेरे अच्छे बलम
मेरे बाँके सनम, तुम्हें मेरी क़सम

खयालों में तुम हो, नज़ारों में तुम हो
मेरी ज़िन्दगी के इशारों में तुम हो
खयालों में तुम हो, नज़ारों में तुम हो



Credits
Writer(s): Jaipuri Hasrat, Sajjad Hussain
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link