Aitbaar Nahi Karna (From "Qayamat")

में फिरसे जीना चाहती हूँ रचित
तुम्हारी आँखों में, बाहों में तुम्हारी साथ
में इंतज़ार करुँगी रचित
ऐतबार करुँगी
हद से ज़्यादा तुमसे प्यार करुँगी
बस मेरे प्यार की हातिर एक बार वापस आजाओ रचित
सिर्फ एक बार बस

ऐतबार नहीं करना
इंतज़ार नहीं करना
ऐतबार नहीं करना
इंतज़ार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम
किसी से प्यार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम
किसी से प्यार नहीं करना
इकरार नहीं करना
जान-निसार नहीं करना

हद से भी ज़्यादा तुम
किसी से प्यार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम
किसी से प्यार नहीं करना

मंज़िले बिछड़ गयी
रास्ते भी खो गए
आये फिर न लौटके
जो दीवाने हो गए
चाहतों की बेबसी
दूरिओ के गम मिले
बेक़रारिया मिली
चाईं यार काम मिले
बेकरार नहीं करना
इंतज़ार नहीं करना

हद से भी ज़्यादा तुम
किसी से प्यार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम
किसी से प्यार नहीं करना

कोई तो वफ़ा करे
कोई तो जफ़ा करे
किसको है पता यहाँ
कौन क्या खता करे
ऐसा न हो इश्क़ में
कोई दिल को तोड़ दे
बीच राह में सनम
तेरा साथ छोड़ दे
इज़हार नहीं करना
इंतज़ार नहीं करना

हद से भी ज़्यादा तुम
किसी से प्यार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम
किसी से प्यार नहीं करना

ऐतबार नहीं करना
इंतज़ार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम
किसी से प्यार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम
किसी से प्यार नहीं करना



Credits
Writer(s): Sameer, Nadeem Shravan, Jameel Mujahid
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