Ek Garam Chai Ki Pyali

एक गरम चाइ की प्याली हो

कोई उसको पिलाने वाली हो

चाहे गोरी हो या काली हो

सीने से लगाने वाली हो

मिल जाए तो मिट जाए अरे हम
तारा रम पम पम, तारा रम पम पम, तारा रम पम पम
जिम पापा पम, जिम पापा पम, तारा रम पम पम

सुबह सुबह मैं निकलूं घर से चूम के उसकी आँखें
हर लम्हा बस याद करूँ उसकी चाहत की बातें

हे सुबह सुबह मैं निकलूं घर से चूम के उसकी आँखें
हर लम्हा बस याद करूँ उसकी चाहत की बातें
उसके लिए हो जीना मरना
और भला क्या मुझको करना

मेरे लिए खुशाली हो

उसके बिना सब खाली हो

चाहे गोरी हो या काली हो

सीने से लगाने वाली हो

मिल जाए तो मिट जाए अरे हम
तारा रम पम पम, तारा रम पम पम, तारा रम पम पम
जिम पापा पम, जिम पापा पम, तारा रम पम पम

रात को जब मैं वापस आऊँ वो दरवाज़ा खोले
लेके मुझको बाहों में love you darling बोले

रात को जब मैं वापस आऊँ वो दरवाज़ा खोले
लेके मुझको बाहों में love you darling बोले
सजके मेरे सामने आए
सारे दिन की थकन मिटाए

उसकी अदा निराली हो

वो मेरी घरवाली हो

चाहे गोरी हो या काली हो

सीने से लगाने वाली हो

मिल जाए तो मिट जाए अरे हम
तारा रम पम पम, तारा रम पम पम, तारा रम पम पम
जिम पापा पम, जिम पापा पम, तारा रम पम पम

एक गरम चाइ की प्याली हो

कोई उसको पिलाने वाली हो

चाहे गोरी हो या काली हो

सीने से लगाने वाली हो

मिल जाए तो मिट जाए अरे हम
तारा रम पम पम, तारा रम पम पम, तारा रम पम पम
जिम पापा पम, जिम पापा पम, तारा रम पम पम



Credits
Writer(s): Sameer
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