Main Aaya Hoon (From "Amir Gharib")

Ladies and gentlemen
मुझपे है सबके नैन
सबके है दिल बेचैन

के मैं आया हूँ लेके साज़ हाथों में
महफ़िल की मस्तानी, हो, मस्तानी रातों में
मैं आया हूँ लेके साज़ हाथों में
महफ़िल की मस्तानी, हो, मस्तानी रातों में
मैं आया हूँ लेके साज़ हाथों में

शोख हसीनों को मैं आवाज़ दे रहा हूँ
हाँ, मैं मोहब्बत को नये अंदाज़ दे रहा हूँ
हँसकर बातों-बातों में
इन दिलकश मुलाक़ातों में
मैं आया हूँ लेके साज़ हाथों में

छेड़ के दिलों को मैं ये काम कर रहा हूँ
हाँ, नाम जवानी का मैं बदनाम कर रहा हूँ
बस कर सबकी आँखों में
नग़मों की बारातों में
मैं आया हूँ लेके साज़ हाथों में

गीत मेरे सुन के नौजवान जाग उठे हैं
हाँ, नींद नहीं आती, क्यूँ अरमान जाग उठे है?
थाम के दिल को हाथों में
जलते हैं बरसातों में

मैं आया हूँ लेके साज़ हाथों में
महफ़िल की मस्तानी, हो, मस्तानी रातों में
मैं आया हूँ लेके साज़ हाथों में



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Pyarelal
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