Shaam Dhal Rahi Teri Yaad

शाम ढल रही है, तेरी याद आ रही है
शाम ढल रही है, तेरी याद आ रही है
बेक़रारी ना ले मेरी जाँ
मेरे हमदम, ओ, प्रीतम
मेरे हमदम, ओ, प्रीतम

शाम ढल रही है, तेरी याद आ रही है
शाम ढल रही है, तेरी याद आ रही है
बेक़रारी ना ले मेरी जाँ
मेरे हमदम, ओ, प्रीतम
मेरे हमदम, ओ, प्रीतम

मस्ती भरा समाँ है, मौसम जवाँ-जवाँ है
ना, ना, ना, ना, पास आ ना, छूना नहीं, तू दीवाना
हो, दिल से दिल मिल जाने दे, पास मुझको आने दे
जो होता हो जाने दे, मस्ती में खो जाने दे

हा, hmm-mmm-mmm
होने दे पूरे अरमाँ

शाम ढल रही है, तेरी याद आ रही है
शाम ढल रही है, तेरी याद आ रही है
बेक़रारी ना ले मेरी जाँ
मेरे हमदम (मेरे हमदम), ओ, प्रीतम (ओ, प्रीतम)
मेरे हमदम (मेरे हमदम), ओ, प्रीतम (ओ, प्रीतम)

बिजली कड़के, पानी बरसे
दो दिल पास, फिर क्यूँ तरसें?
क्यूँ तू इतना बेक़रार? थोड़ा कर तू इंतज़ार
ओ, तेरा भीगा-भीगा तन, बस में नहीं मेरा मन
मीठी-मीठी है चुभन, बढ़ती है दिल की धड़कन

हा, hmm-mmm-mmm
हो जा ना तू मुझपे मेहरबाँ

शाम ढल रही है, तेरी याद आ रही है
शाम ढल रही है, तेरी याद आ रही है
बेक़रारी ना ले मेरी जाँ
मेरे हमदम (मेरे हमदम), ओ, प्रीतम (ओ, प्रीतम)
मेरे हमदम (मेरे हमदम), ओ, प्रीतम (ओ, प्रीतम)



Credits
Writer(s): Bappi Lahiri, K K Varma
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