Tu Hi Meri Manzil (From "Daraar")

मंदिर और दरगाहों में, रब की बारगाहों में
(मंदिर और दरगाहों में, रब की बारगाहों में)
(याद करना मुझको तुम अपनी दुआओं में)

तू ही मेरी मंज़िल, तू ही मेरा रास्ता
तेरे संग जीना है, दुनिया से क्या वास्ता?
तेरे-मेरे बीच अब आए ना ज़माना

ना जाना, ना जाना, छोड़ के तू ना जाना
ना जाना, ना जाना, छोड़ के तू ना जाना

तू ही मेरी हीर है, तू मेरी तक़दीर है
जनमों से जो दिल में थी तू वो ही तस्वीर है
मैंने ज़रा देर से तुझे पहचाना

ना-ना-ना, ना-ना, आँख में आँसू ना लाना
ना-ना-ना, ना-ना, आँख में आँसू ना लाना
ना जाना, ना जाना, छोड़ के तू ना जाना

दिन रोशन है, रात हसीं है
आँसू क्या थे? याद नहीं हैं
फूल खिलें फिर प्यासे तन के
तू आया है सावन बनके

नींदें ग़ुम थी, हम क्या सोते
दिन कटते थे रोते-रोते
कैसे दिन थे? क्या मौसम थे?
जितनी साँसें, उतने ग़म थे

जितने तारे आँख से टूटे
उतने खिलें हैं अब गुल-बूटे
भूल गई मैं अपना दर्द पुराना

ना-ना-ना, ना-ना, आँख में आँसू ना लाना
ना जाना, ना जाना, छोड़ के तू ना जाना

तू ही मेरी मंज़िल, तू ही मेरा रास्ता
तेरे संग जीना है, दुनिया से क्या वास्ता?
मैंने ज़रा देर से तुझे पहचाना

ना-ना-ना, ना-ना, आँख में आँसू ना लाना
ना जाना, ना जाना, छोड़ के तू ना जाना

दिल है मेरा तेरा ठिकाना
साँस में आना, साँस में जाना
चाहत के सब मोती चुनकर
रख दूँगा मैं इन क़दमों पर

हो, चाँद सजा के इन बालों में
रंग भर दूँगा इन गालों में
चाहे १००-१०० बार मरूँगा
फिर भी तुझको प्यार करूँगा

चूम लूँ तुझको, आजा हमदम
ज़ख़्म पे रख दूँ प्यार का मरहम
क़दमों पे रख दूँ सारा ज़माना

ना-ना-ना, ना-ना, आँख में आँसू ना लाना
ना जाना, ना जाना, छोड़ के तू ना जाना

तू ही मेरी मंज़िल, तू ही मेरा रास्ता
तेरे संग जीना है, दुनिया से क्या वास्ता?
तू ही मेरी हीर है, तू मेरी तक़दीर है
जनमों से जो दिल में थी तू वो ही तस्वीर है
मैंने ज़रा देर से तुझे पहचाना

ना-ना-ना, ना-ना, आँख में आँसू ना लाना
ना जाना, ना जाना, छोड़ के तू ना जाना



Credits
Writer(s): Anu Malik, Rahat Indoree
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link