Tuhi Woh Hasin (From "Khwab")

ओ ओ हो, ओ ओ ओ
तू ही वो हसीं है, तू ही वो हसीं है
जिसकी तस्वीर ख़्यालों में, मुद्दत से बनी है
तू ही वो हसीं है, ओ, तू ही वो हसीं है
जिसकी तस्वीर ख़्यालों में, मुद्दत से बनी है
तू ही वो हसीं है, हाए, तू ही वो हसीं है

रूख़-ए-रौशन पे, ज़ुल्फ़ें बिख़राए हुए
जैसे चंदा पे, बादल हों छाए हुए
मैंने देखा तुझे, तो मेरा दिल मुझे
यही कहने लगा
ओ, मैंने देखा तुझे, तो मेरा दिल मुझे
यही कहने लगा
ढूँढे नज़रें जिसे दिन रात
कोई और नहीं है
तू ही वो हसीं है, हाए, तू ही वो हसीं है

मेरी आवारा तबियत कोे
इक राह-ए-मुस्तक़िल मिल गयी
अब ना, तरसूँगा, मैं राहत को
मुझे ख़्वाबों की मंज़िल मिल गयी
संग-ए-मरमर की, मूरत है, तराशी हुई
मेरी आँखों को, बरसों में, तसल्ली हुई
मैंने देखा तुझे, तो मेरा दिल मुझे
यही कहने लगा
ऐ, मैंने देखा तुझे, तो मेरा दिल मुझे
यही कहने लगा
ऐसी ही किसी मूरत की
मेरे मंदिर में कमी है
तू ही वो हसीं है, ओ, तू ही वो हसीं है
जिसकी तस्वीर ख़्यालों में, मुद्दत से बनी है
तू ही वो हसीं है, हाए, तू ही वो हसीं है



Credits
Writer(s): Ravindra Jain
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link