Singh Per Ek Kamal Raajit(Durga Vandana)

आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम् ।
पूजां चैव न जानामि क्षम्यतां परमेश्र्वरि ॥
सिंह पर एक कमल राजित ताहि ऊपर भगवती।
हसती खल खल दांत झल झल, रूप सुन्दर भगवती ।।
सिंह पर एक कमल राजित ताहि ऊपर भगवती।
शन्ख गहि गहि, चक्र गहि गहि, ख्डग गहि जगतारिनी।
परसु गहि गहि, पाश गहि गहि, असुर दल संघारिनी।।
सिंह पर एक कमल राजित ताहि ऊपर भगवती।
उदित दिनकर लाल छवि अति रूप सुन्दर भगवती,
जीभ लह लह, लाल लौचन श्रवण कुंडल शोभती।।
सिंह पर एक कमल राजित ताहि ऊपर भगवती।
नाथ सब अनाथ के माँ भक्तजन प्रतिपालिनी,
महामाया देवी मैया, दुर्गा दुर्गतिनाशिनी।।
सिंह पर एक कमल राजित ताहि ऊपर भगवती।
हसती खल खल दांत झल झल, रूप सुन्दर भगवती ।।
सिंह पर एक कमल राजित ताहि ऊपर भगवती।



Credits
Writer(s): Traditional, Ved Sethi
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