Ye Awaaz Hai (From "Indu Sarkar")

मैं आँखों के दर मिलूँ ना अगर
मेरा इक पता ये आवाज़ है, ये आवाज़ है
ना हो रोशनी, हों रातें घनी
तो चेहरा मेरा ये आवाज़ है, ये आवाज़ है

मेरा अक्स ये जो तस्वीर है
लहर ने छुआ तो धुल जाएगा
जो पहचान है मेरे नाम से
वो एक नाम शोरों में घुल जाएगा, घुल जाएगा

ये हस्ती मेरी अगर डोर है
तो उस का सिरा ये आवाज़ है, ये आवाज़ है
ना हो रोशनी, हों रातें घनी
तो चेहरा मेरा ये आवाज़ है, ये आवाज़ है

हथेली तेरी छुई तो लगा
ये दुनिया मुझी पे मेहरबान है
सफ़र है वही, वहीं मंज़िलें
तो फिर क्यूँ लगे राह आसान है, राह आसान है?

तेरे ज़िक्र से खनकती है जो
वही एक सदा ये आवाज़ है, ये आवाज़ है
ना हो रोशनी, हों रातें घनी
तो चेहरा मेरा ये आवाज़ है, ये आवाज़ है

अगर दर्द का कोई रंग है
मैं उस रंग में गूँजता शोर हूँ
मेरा ख़्वाब था रहूँ ख़्वाब में
मगर मैं हक़ीक़त में कुछ और हूँ, कुछ और हूँ

किसी ग़म का ये अब इल्ज़ाम दें
खुद ही से ख़फ़ा ये आवाज़ है, ये आवाज़ है
ना हो रोशनी, हों रातें घनी
तो चेहरा मेरा ये आवाज़ है, ये आवाज़ है

ये आँधी मुझे गिराती रहे
इसे क्या गुमाँ है मैं डर जाऊँगी?
लो १०० बार तुम बिखेरो मुझे
हज़ारों गुना मैं निखर जाऊँगी, निखर जाऊँगी

जो टूटे मगर ना बदले बयाँ
वही आईना ये आवाज़ है, ये आवाज़ है
ना हो रोशनी, हों रातें घनी
तो चेहरा मेरा ये आवाज़ है, ये आवाज़ है

अँधेरा भी है, उजाला भी है
यहीं तो सहर की शुरुआत है
परिंदा अकेला है आकाश में
मगर ख़ुश है वो आज आज़ाद है, आज आज़ाद है

जहाँ ख़त्म है वहीं से शुरू
नई दास्ताँ ये आवाज़ है, ये आवाज़ है
ना हो रोशनी, हों रातें घनी
तो चेहरा मेरा ये आवाज़ है, ये आवाज़ है

मैं आँखों के दर मिलूँ ना अगर
मेरा इक पता ये आवाज़ है, ये आवाज़ है



Credits
Writer(s): Anu Malik, Puneet Sharma
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