Rimjhim Ke Tarane Leke Aai Barsaat - From "Kala Bazar"

रिमझिम के तराने लेके आई बरसात
याद आए किसी से वो पहली मुलाक़ात
रिमझिम के तराने लेके आई बरसात
याद आए किसी से वो पहली मुलाक़ात
रिमझिम के तराने लेके आई बरसात

भीगे तन-मन, पड़े रस की फुहार
प्यार का संदेसा लाई बरखा, बहार
भीगे तन-मन, पड़े रस की फुहार
प्यार का संदेसा लाई बरखा, बहार

मैं ना बोलूँ...
मैं ना बोलूँ, आँखें करें अखियों से बात
रिमझिम के तराने लेके आई बरसात

सुन के मतवाले काले बादलों का शोर
रूम-झूम, घूम-घूम, नाचे मन का मोर
सुन के मतवाले काले बादलों का शोर
रूम-झूम, घूम-घूम, नाचे मन का मोर

सपनों का साथी चल रहा है मेरे साथ
रिमझिम के तराने लेके आई बरसात
याद आए किसी से वो पहली मुलाक़ात
रिमझिम के तराने लेके आई बरसात

जब मिलते हो तुम क्यूँ छिड़ते हैं दिल के तार?
मिलने को तुमसे मैं क्यूँ था बेक़रार?
जब मिलते हो तुम क्यूँ छिड़ते हैं दिल के तार?
मिलने को तुमसे मैं क्यूँ था बेक़रार?

रह जाती है...
रह जाती है क्यूँ होंठों तक आके दिल की बात?
रिमझिम के तराने लेके आई बरसात
याद आए किसी से वो पहली मुलाक़ात
रिमझिम के तराने लेके आई बरसात



Credits
Writer(s): Shailendra, S.d. Burman
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