Mere Chand Ko Chand Ne Dekha

मेरे चाँद को चाँद ने देखा
चाँदनी काली पड़ गई हो
मेरे चाँद को चाँद ने देखा
चाँदनी काली पड़ गई हो

शायर के इस शेर पे, ताली पड़ गई हो
आशिक़ को इस छेड़ पे गाली पड़ गई हो

मेरे चाँद को चाँद ने देखा
चाँदनी काली पड़ गई हो
हो-हो-हो, हो मेरे चाँद को चाँद ने देखा
चाँदनी काली पड़ गई हो

दो रोज़ अगर हम मिल ना सके
बागों में फूल भी खिल ना सके
दो रोज़ अगर हम मिल ना सके
बागों में फूल भी खिल ना सके

बिन मेरे तुझको कैसे लगा?
बिन तेरे मुझको ऐसे लगा
जैसे सारी भरी दुनिया
खाली-खाली पड़ गई हो

मेरे चाँद को चाँद ने देखा
चाँदनी काली पड़ गई हो
हो-हो-हो, हो मेरे चाँद को चाँद ने देखा
चाँदनी काली पड़ गई हो

किस रात बनेगी तू दुल्हन
किस रात बनेगी तू दुल्हन
किस रोज़ बजेगी शहनाई
शहनाई बजने से पहले

दिल तोड़ ना देना हरजाई
तेरे प्यार में मैं एक लड़की
ओ, भोली-भाली पड़ गई हो

मेरे चाँद को चाँद ने देखा
चाँदनी काली पड़ गई हो
मेरे चाँद को चाँद ने देखा
चाँदनी काली पड़ गई हो

क्या बात हुई, तू रूठ गई
शीशे की बोतल टूट गई
कुछ भी तो नहीं खयाल किया

ये देख मेरा क्या हाल किया
मेरे गालों पे, हो तेरे होंठों की
लाली पड़ गई हो

मेरे चाँद को चाँद ने देखा
चाँदनी काली पड़ गई हो
शायर के इस शेर पे, ताली पड़ गई हो
आशिक़ को इस छेड़ पे गाली पड़ गई हो

मेरे चाँद को चाँद ने देखा
चाँदनी काली पड़ गई हो
मेरे चाँद को चाँद ने देखा
चाँदनी काली पड़ गई हो



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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