Udja Kale Kawan - Search

ਉੜਜਾ ਕਾਲੇ ਕਾਂਵਾਂ
ਤੇਰੇ ਮੂੰਹ ਵਿੱਚ ਖੰਡ ਪਾਵਾਂ
ले जा तू संदेसा मेरा
ਮੈਂ ਸਦਕੇ ਜਾਵਾਂ

बाग़ों में फिर झूले पड़ गए
ਪੱਕ ਗਈਆਂ ਮਿੱਠੀਆਂ ਅੰਬੀਆਂ
ये छोटी सी ज़िंदगी
ਤੇ ਰਾਤਾਂ ਲੰਬੀਆਂ-ਲੰਬੀਆਂ

ओ, घर आजा, परदेसी
कि तेरी-मेरी एक जिंदड़ी
ओ, घर आजा, परदेसी
कि तेरी-मेरी एक जिंदड़ी

कितनी दर्द-भरी है तेरी-मेरी प्रेम कहानी
कितनी दर्द-भरी है तेरी-मेरी प्रेम कहानी
सात समुंदर जितना अपनी आँखों में है पानी

मैं दिल से, दिल मुझसे करता-, हो
मैं दिल से, दिल मुझसे करता है जब तेरी बातें
सावन आने से पहले हो जाती हैं बरसातें

ओ, घर आजा, परदेसी
कि तेरी-मेरी...
ओ, घर आजा, परदेसी
ओ, घर आजा, परदेसी

ओ, घर आजा, परदेसी
कि तेरी-मेरी एक जिंदड़ी
ओ, घर आजा, परदेसी
कि तेरी-मेरी एक जिंदड़ी

पर्वत कितने ऊँचे, कितने गहरे होते हैं
हो, पर्वत कितने ऊँचे, कितने गहरे होते हैं
कुछ मत पूछो, प्यार पे कितने पहरे होते हैं

इश्क़ में जाने क्या हो जाता है, ये रब ही जाने
तोड़ के सारी दीवारें मिल जाते हैं दीवाने

ओ, ले जा मुझे, परदेसी
कि तेरी-मेरी एक जिंदड़ी
ओ, ले जा मुझे, परदेसी
कि तेरी-मेरी एक जिंदड़ी

हाँ, ले जा मुझे, परदेसी
कि तेरी-मेरी एक जिंदड़ी
ओ, ले जा मुझे, परदेसी
कि तेरी-मेरी एक जिंदड़ी



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Uttam Singh
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