Woh Lamhe Woh Baatein

वो लम्हे, वो बातें कोई न जाने
थी कैसी रातें हो... ओ.बरसातें
वो भीगी भीगी यादें
वो भीगी भीगी यादें

न मैं जानू ना तू जाने
कैसा है ये मौसम कोई न जाने
कही से यह फ़िज़ा आई
ग़मों की धुप संग लायी
ख़फ़ा हो गए हम जुदा हो गए हम
वो लम्हे, वो बातें कोई न जाने
थी कैसी रातें हो... ओ बरसातें
वो भीगी भीगी यादें
वो भीगी भीगी यादें

सागर की गहराई से गहरा है अपना प्यार
सेहराओं की इन हवाओं में कैसे आएगी बहार
कहाँ से ये हवा आई घटायें काली क्यों छायी
ख़फ़ा हो गए हम जुदा हो गए हम
वो लम्हे, वो बातें कोई न जाने
थी कैसी रातें हो... ओ. बरसातें
वो भीगी भीगी यादें
वो भीगी भीगी यादें



Credits
Writer(s): Roopkumar Rathod, Sayeed Quadri, Naresh Ramprasad Sharma, Mithun Sharma
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