Humsafar Mere Humsafar

हमसफ़र, मेरे हमसफ़र
पंख तुम, परवाज़ हम
ज़िंदगी का साज़ हो तुम
साज़ की आवाज़ हम

हमसफ़र, मेरे हमसफ़र
पंख तुम, परवाज़ हम
ज़िंदगी का गीत हो तुम
गीत का अंदाज़ हम
हमसफ़र, मेरे हमसफ़र...

आँख ने शरमा के कह दी
दिल के शरमाने की बात
एक दीवाने ने सुन ली
दूजे दीवाने की बात

प्यार की तुम इंतिहा हो
प्यार का आग़ाज़ हम
प्यार का आग़ाज़ हम

हमसफ़र, मेरे हमसफ़र
पंख तुम, परवाज़ हम
ज़िंदगी का गीत हो तुम
गीत का अंदाज़ हम
हमसफ़र, मेरे हमसफ़र...

ज़िक्र हो अब आसमाँ का
या ज़मीं की बात हो
ख़त्म होती है तुम्हीं पर
अब कहीं की बात हो

हो हसीं तुम, महजबीं तुम
नाज़नीं तुम, नाज़ हम
नाज़नीं तुम, नाज़ हम

हमसफ़र, मेरे हमसफ़र
पंख तुम, परवाज़ हम
ज़िंदगी का साज़ हो तुम
साज़ की आवाज़ हम

हमसफ़र, मेरे हमसफ़र
पंख तुम, परवाज़ हम
ज़िंदगी का साज़ हो तुम
साज़ की आवाज़ हम
हमसफ़र, मेरे हमसफ़र...



Credits
Writer(s): Gulzar, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link