Zindagi Kitni Khubsoorat Hai, Pt. 2

ज़िंदगी कितनी ख़ूबसूरत है
ज़िंदगी कितनी ख़ूबसूरत है
आइए, आप की ज़रूरत है
ज़िंदगी कितनी ख़ूबसूरत है

आरज़ूओं के दिए आज रोशन कीजिए
आरज़ूओं के दिए आज रोशन कीजिए
आए हैं मिलने को हम ज़िंदगी-भर के लिए

क्या हसीं रात, क्या मुहूरत है
आइए, आप की ज़रूरत है
ज़िंदगी कितनी ख़ूबसूरत है

यूँ ना शरमाइए, यूँ ना तरसाइए
यूँ ना शरमाइए, यूँ ना तरसाइए
खोल के घूँघट, सनम, चाँदनी बरसाइए

चाँद की आज क्या ज़रूरत है?
आइए, आप की ज़रूरत है
ज़िंदगी कितनी ख़ूबसूरत है
ज़िंदगी कितनी ख़ूबसूरत है



Credits
Writer(s): Shakeel Badayuni, Hemant Kumar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link