Yahi Woh Jagah Thi

यही वो जगह थी, हमदम
दिल जहाँ ले के आए थे हम
यही वो जगह थी, हमदम
दिल जहाँ ले के आए थे हम

तब से है लापता दिल
जाने क्यूँ खो गया दिल, जानाँ
यही वो जगह थी, हमदम

मुझे लगाता है कोई था यहाँ जिसने दिल है चुराया
दिल तो है मेरा भोला, बेज़ुबाँ, हाए, ना बचने पाया
मेरे प्यारे दिल का, बेचारे दिल का
होना है अब ना जाने क्या आलम

यही वो जगह थी, हमदम
दिल जहाँ ले के आए थे हम
तब से है लापता दिल
जाने क्यूँ खो गया दिल, जानाँ
यही वो जगह थी, हमदम

ढूँढे, नहीं मिले कोई भी निशाँ, ऐसा भी क्या खोना
लाए क्या थे उसे तुम सचमुच यहाँ? ठीक से याद करो ना
वो जो प्यार दिल है, तुम्हारा दिल है
कहीं ना घर में हो पड़ा, madam

मुझको बता दो ये तुम
कैसे मानूँ दिल हुआ है गुम
चोर हो या सिपाही
लाए किस की गवाही हो तुम?
मुझको बता दो ये तुम

सुनेगा जो कोई मेरा दिल गया
लाखों बनेंगे अफ़साने
कहना मेरे दिल को दिल एक मिल गया
दोनों हुए हैं दीवाने

हुए पागल, दोनों हैं घायल
दोनों, दोनों दिलों का यूँ हुआ संगम

यही वो जगह थी, हमदम
दिल जहाँ ले के आए थे हम
यही वो जगह थी, हमदम

दिल जहाँ ले के आए थे हम
तब से है लापता दिल
जाने क्यूँ खो गया दिल, जानाँ
यही वो जगह थी, हमदम



Credits
Writer(s): Jatin Pandit, Lalitraj Pandit, Javed Akhtar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link