Woh Chup Rahen To Mere

वो चुप रहें तो मेरे दिल के दाग़ जलते हैं
वो चुप रहें तो मेरे दिल के दाग़ जलते हैं
जो बात करले, जो बात करले तो बुझते चिराग जलते हैं
वो चुप रहें तो मेरे दिल के दाग़ जलते हैं

कहो बुझे के जलें
हम अपनी राह चले या तुम्हारी राह चलें
कहो बुझे के जलें
बुझे तो ऐसे के जैसे किसी ग़रीब का दिल
किसी ग़रीब का दिल

जलें तो ऐसे के जैसे चिराग जलते हैं
वो चुप रहें तो मेरे दिल के दाग़ जलते हैं

ये खोई-खोई नज़र
कभी तो होगी इधर या सदा रहेगी उधर
ये खोयी खोयी नज़र
उधर तो एक सुलगता हुआ है विराना, है एक विराना

मगर इधर तो बहारों में बाग जलते हैं
वो चुप रहें तो मेरे दिल के दाग़ जलते हैं

जो अश्क पी भी लिए
जो होंठ सी भी लिए दो सितम ये किस पे किए
जो अश्क़ पी भी लिए
कुछ आज अपनी सूनाओ
कुछ आज मेरी सुनो, कुछ आज मेरी सुनो
खामोशियों से तो दिल और दिमाग जलते हैं
वो चुप रहें तो मेरे दिल के दाग़ जलते हैं
जो बात करले, जो बात करले तो बुझते चिराग जलते हैं
वो चुप रहें तो मेरे दिल के दाग़ जलते हैं



Credits
Writer(s): Madan Mohan, Rajendra Krishan
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