Veriya Ve Kiya Kya Qasoor Maine

ਜਿੰਨੀਆਂ ਤੈਨੂੰ ਦੇਰ ਲਗਿਆਂ
ਤੈਨੂੰ ਇੱਕ ਲੱਗੇ, ਤੇ ਤੂੰ ਜਾਣੇ
ਗ਼ੁਲਾਮ ਫਿਰਿਦਾ ਦਿਲ ਉਥੇ ਡਰਿਏ
ਜਿੱਥੇ ਅੱਗਲਾ ਕਦਰ ਵੀ ਜਾਣੇ

ਵੇਰਿਆ ਵੇ, हो, हो, किया क्या क़सूर मैंने तेरा वे?
ਵੇਰਿਆ ਵੇ, चाहे जो सुलुक कर, मुझे मंजूर कर
जुर्म ज़रूर जस मेरा वे
ਵੇਰਿਆ ਵੇ, हो, हो, किया क्या क़सूर मैंने तेरा वे?
ਵੇਰਿਆ ਵੇ

अखियों में बस के, अखियों से डस के
लेता नहीं हँस के सलाम तू
इतना तकाम कर, मुझे बदनम कर
कोई भी लगा के इल्ज़ाम तू

कर कुछ बहाना, कौन सा नमाना?
ਹੁਕਮ ਹਜ਼ੂਰ ਦੱਸ ਤੇਰਾ ਵੇ

ਵੇਰਿਆ ਵੇ, हो, हो, किया क्या क़सूर मैंने तेरा वे?
ਵੇਰਿਆ ਵੇ

अच्छा किया तूने तोड़ दिया तूने
दिल मेरा बड़ा मग़रूर था
अपनी वफ़ा पे शर्म-हया पे
कभी मुझे इतना ग़ुरूर था

क़दमों मे तेरे रख दिया सर ले
टूटा ग़ुरूर बस मेरा वे

ਵੇਰਿਆ ਵੇ, हो, हो, किया क्या क़सूर मैंने तेरा वे?
ਵੇਰਿਆ ਵੇ

यहाँ नहीं चलता ज़ोर दिलों का
यहाँ दस्तूर चलते हैं
ਗੱਲ ਸੁਣ ਸੱਜਣਾ, चल मेरे बलमा
दुनिया से दूर चलते हैं

यहाँ नहीं रहना, इतना तो कहना
कर मंज़ूर बस मेरा वे

ਵੇਰਿਆ ਵੇ, हो, हो, किया क्या क़सूर मैंने तेरा वे?
ਵੇਰਿਆ ਵੇ

ਵੇਰਿਆ ਵੇ
ਵੇਰਿਆ ਵੇ
ਵੇਰਿਆ ਵੇ



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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