Ameeron Ki Sham Gharibon Ke Naam

ये आँसू, ये जज़्बात तुम बेचते हो
ग़रीबों के हालात तुम बेचते हो
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम

अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम

इसी बात पर सबको मेरा सलाम
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम

ये क्या है तमाशा, ये क्या है सितम?
ये क्या है तमाशा, ये क्या है सितम?
मज़ा आ गया बस ख़ुदा की क़सम
ख़ुशी की दुकानों पे बिकता है ग़म
...बिकता है ग़म

फ़िदा ऐसे ग़म पे हैं ख़ुशियाँ तमाम
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम

ये फ़नकार की एक हसीं याद है
ये फ़नकार की एक हसीं याद है
किसी भूखे-नंगे की फ़रियाद है
ये तस्वीर तो क़ाबिल-ए-दाद है
...क़ाबिल-ए-दाद है

इसे दीजिए आप पहला इनाम
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम

ये मासूम बच्चा, ये मजबूर माँ
ये मासूम बच्चा, ये मजबूर माँ
ना चूल्हा, ना बर्तन, ना घर, ना धुआँ
ना चूल्हा, ना बर्तन, ना घर, ना धुआँ
ग़रीबी की मुँह बोलती दास्ताँ

अमीरी का मुँह बोलता इंतक़ाम
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम

इसी बात पर सबको मेरा सलाम
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम
अमीरों की शाम ग़रीबों के नाम



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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