Shokh Nazar Ki Bijliyan

यूँ-यूँ वक़्त गुज़रता जाता है
Asha की आवाज़ और गाने का अंदाज़
और रोशन होते जाते हैं
याददाश्त ऐसी है कि जवाब नहीं
और आवाज़ का जादू बयान से बाहर

दिल बिल्कुल बच्चों के दिल की तरह है
बिल्कुल साफ़ और बहुत ही emotional
और अगर ग़ौर से देखा जाए तो पिछले कई वर्षों से
Asha की गाने का निख़ार बढ़ता ही जाता है

दुआ है कि ये निख़ार यूँ ही बढ़ता रहे
और मेरी छोटी बहन यूँ ही शोख़ और चुलबुली रहे
क्यूँकि शोख़ी और चुलबुलापन
इसके गाने की बहुत बड़ी ख़ूबी है

शोख़ नज़र की बिजलियाँ
दिल पे मेरे गिराए जा
मेरा ना कुछ ख़याल कर
तू यूँ ही मुस्कुराए जा

शोख़ नज़र की बिजलियाँ

जाग उठी है आरज़ू
जैसे चराग़ जल पड़ी
अब तो वफ़ा की राह में
हम तेरे साथ चल पड़े

चाहे हँसाए जा हमें
चाहे हमें रुलाए जा

शोख़ नज़र की बिजलियाँ
दिल पे मेरे गिराए जा
शोख़ नज़र की बिजलियाँ

चैन कहीं किसी घड़ी
आए ना तेरे बिन मुझे
काश मैं इस जहान से
छीन लूँ एक दिन तुझे

मैं तेरे साथ-साथ हूँ
चाहे नज़र बचाए जा

शोख़ नज़र की बिजलियाँ
दिल पे मेरे गिराए जा
मेरा ना कुछ ख़याल कर
तू यूँ ही मुस्कुराए जा

शोख़ नज़र की बिजलियाँ



Credits
Writer(s): Madan Mohan, Raja Mehdi Ali Khan
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link