Karvaten Badalte Rahe

करवटें बदलते रहे सारी रात हम

करवटें बदलते रहे सारी रात हम
आप की क़सम, आप की क़सम
करवटें बदलते रहे सारी रात हम
आप की क़सम, आप की क़सम

ग़म ना करो, दिन जुदाई के बहुत हैं कम
आप की क़सम, आप की क़सम

याद तुम आते रहे, इक हूक सी उठती रही
नींद मुझ से, नींद से मैं भागती-छुपती रही
रात-भर बैरन निगोड़ी चाँदनी चुभती रही

आग सी जलती रही, गिरती रही शबनम
आप की क़सम, आप की क़सम

झील सी आँखों में आशिक़ डूब के खो जाएगा
ज़ुल्फ़ के साए में दिल अरमाँ-भरा सो जाएगा
तुम चले जाओ, नहीं तो कुछ ना कुछ हो जाएगा

डगमगा जाएँगे ऐसे हाल में क़दम
आप की क़सम, आप की क़सम

रूठ जाएँ हम तो तुम हम को मना लेना, सनम
दूर हों तो पास हम को तुम बुला लेना, सनम
कुछ गिला हो तो गले हम को लगा लेना, सनम

टूट ना जाए कभी ये प्यार की क़सम
आप की क़सम, आप की क़सम

(आप की क़सम) आप की क़सम
(आप की क़सम) आप की क़सम
(आप की क़सम) आप की क़सम



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Rahul Burman
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