Aisa Pahli Bar Hua Hain (Dialogues)

आज कल क्यूँ मेरा वक्त कटता नहीं
कोई चेहरा निगाहों से हटता नहीं
क्या है बेताबियाँ मैंने न जाना था
पहले कभी दिल न दीवाना था

ऐसा पहली बार हुआ है सत्रह-अठरा सालों में
कोई, कोई आये-जाये मेरे ख्यालों में
ऐसा पहली बार हुआ है...

सपने सजाता हूँ खामोश रातों में
मैं डूब जाता हूँ अनजानी बातों में
कोई हवा में दुपट्टा उड़ाए, मेरी जवां धड़कनों को बढ़ाये
मुझको संभालो, ओ मेरे यारों, ये मैं कहाँ खो गया
अरे उलझा उलझा रहता हूँ, उलझे उलझे बालों में
ऐसा पहली बार हुआ है...

कोई जो आहट हो मैं जाग जाता हूँ
यादों के पीछे क्यों मैं भाग जाता हूँ
तन्हाई में दिल धड़कने लगा है, ना जाने क्यों अब तड़पने लगा है
मैं पूछता हूँ, कोई बता दे, ये क्या मुझे हो गया
हे मेरा नाम लिख दो तुम, अब पागल दिवानों में
ऐसा पहली बार हुआ है...



Credits
Writer(s): Kajol, Farida Jalal, Amresh Puri
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