Tab Bhi Tu

मेरी रूह करेगी फ़रियाद
मेरी सांसें कहीं खो जायेंगी
तब भी तू मेरे संग रहना
तब भी तू मेरे संग रहना
तब भी तू मेरे संग रहना

जब राख बनेगा ये सूरज
और धुप धुंआ हो जायेगी
तब भी तू मेरे संग रहना
तब भी तू मेरे संग रहना
तब भी तू मेरे संग रहना

सजदे की तरह फिर आँखें झुकी
फिर पलकें नमाज़ी हुई

तेरे ज़िक्र में थी कुछ ऐसी नमी
सुखी सांसें भी ताज़ी हुई
जब उम्र की आवारा बारिश
सब रंग मेरे धो जायेगी

तब भी तू मेरे संग रेहना
तब भी तू मेरे संग रेहना
तब भी तू मेरे संग रेहना

ताबीज़ मेरी मुठी में
ताबीज़ में है तस्वीर तेरी
उलझी सी लकीरें हाथ में है
तू सुलझाये तकदीर मेरी

ताबीज़ मेरी मुठी में
ताबीज़ में है तस्वीर तेरी
उलझी सी लकीरें हाथ में है
तू सुलझाये तकदीर मेरी

जब वक़्त करेगा छल मुझसे
तक़दीर खफ़ा हो जाएगी
तब भी तू मेरे संग रेहना
तब भी तू मेरे संग रेहना
तब भी तू मेरे संग रेहना

मेरी रूह करेगी फ़रियाद
मेरी सांसें कहीं खो जायेंगी
तब भी तू मेरे संग रेहना
तब भी तू मेरे संग रेहना
तब भी तू मेरे संग रेहना



Credits
Writer(s): Tanveer Ghazi, Anupam Roy
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