Achhi Nahin Sanam Dillagi

अच्छी नहीं सनम दिल्लगी दिल-ए-बेक़रार से
क्यों रो रहे हो छेड़ा था हमने तुमको तो प्यार से?
खेल ही खेल में जाएगी इक जान
क्यों रो रहे हो छेड़ा था हमने तुमको तो प्यार से?
अच्छी नहीं सनम दिल्लगी दिल-ए-बेक़रार से
प्यार के खेल में कैसा दिल, क्या जान?
अच्छी नहीं सनम दिल्लगी दिल-ए-बेक़रार से

कहते हो तुम तो यूँ ही सही कि ऐ मेरे हसीं?
आ हाहाहा ...
सारी ख़ता जवानी की है, क़ुसूर आपका नहीं
कहते हो तुम तो यूँ ही सही कि ऐ मेरे हसीं?
सारी ख़ता जवानी की है, क़ुसूर आपका नहीं
कर जाते हो शरारत जब मिलते हो प्यार से
क्यों रो रहे हो छेड़ा था हमने तुमको तो प्यार से?
अच्छी नहीं सनम दिल्लगी दिल-ए-बेक़रार से

छेड़ूँ अगर तो शिकवा करो, न छेड़ूँ तो ग़िला
लगता है यूँ कि तुम आज से दीवाने हुए पिया
छेड़ूँ अगर तो शिकवा करो, न छेड़ूँ तो ग़िला
अरे, लगता है यूँ कि तुम आज से दीवाने हुए पिया
होने लगे ज़रा में जो बे-इख़्तियार से
अच्छी नहीं सनम दिल्लगी दिल-ए-बेक़रार से
क्यों रो रहे हो छेड़ा था हमने तुमको तो प्यार से?
ला ला ला ला ...



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Rahul Dev Burman
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