Taal Pe Jab

ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हो, ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हम हैं दीवाने...
हम हैं दीवाने, ये कहानी चली

ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हम हैं दीवाने, ये कहानी चली

तेरी नज़र की धूप है, जिसने मुझको रूप दिया है
निखर गई हूँ, सँवर गई हूँ, जब से प्यार किया है
तेरी नज़र की धूप है, जिसने मुझको रूप दिया है
निखर गई हूँ, सँवर गई हूँ, जब से प्यार किया है

सच तो ये है, सनम, है ये तेरा करम
होश सारा गँवा के दीवानी चली

ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हम हैं दीवाने, ये कहानी चली

सच कहता हूँ, मैंने जब से थामा है ये आँचल
मेरी दुनिया में हर पल है जैसे कोई हलचल
सच कहता हूँ, मैंने जब से थामा है ये आँचल
मेरी दुनिया में हर पल है जैसे कोई हलचल

सपने सजने लगे, साज़ बजने लगे
बदला मौसम हवा जो सुहानी चली

ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हम हैं दीवाने, ये कहानी चली



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Anu Malik
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