Bhar De Hamaara Glass

ओहो हो ह मेरे यार
छोटा सा अपना कारोबार
कुच्छ बुद्धि मिल जाए तो
हमें भी थोड़ी दे उधार
साथी भर दे हमारा glass

बता दे तेरे अमर होने का राज़

अकेला क्यूँ है रे बंधु
जब हम सब हैं तेरे साथ
अब से जाएगा जिधर तू
तुझे मिलेंगे दो हाथ
इस लाइफ के बाद ना कुछ है
और उपर है बस आसमान
लोग जुड़ते गये और बनता गया
कारवाँ, मेरी जान

ओहो होहो मेरे यार
काफ़ी तेज़ है ये धार
टेढ़ी-मेधी सी दुनिया में
हो जाएगा बेड़ा पार
साथी भर दे हमारा glass

बता दे तेरे अमर होने का राज़



Credits
Writer(s): Imaad Shah
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