Aap Ki Ankhon Mein Kuch (From "Ghar")

आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं
आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं
आप से भी खूबसूरत आप के अंदाज़ हैं
आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं

लब हिलें तो मोगरे के फूल खिलते हैं कहीं
लब हिलें तो मोगरे के फूल खिलते हैं कहीं
आप की आँखों में क्या साहिल भी मिलते हैं कहीं?
आप की खामोशियाँ भी आप की आवाज़ हैं

आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं
आप से भी खूबसूरत आप के अंदाज़ हैं
आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं

आप की बातों में फिर कोई शरारत तो नहीं
आप की बातों में फिर कोई शरारत तो नहीं
बेवजह तारिफ़ करना आप की आदत तो नहीं
आप की बदमाशियों के ये नए अंदाज़ हैं

आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं
हो, आप से भी खूबसूरत आप के अंदाज़ हैं
आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं



Credits
Writer(s): Gulzar, R D Burman
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