Chand Lamhe

चंद लम्हे बस ख़ुशी के
और फिर खाली सूना सा आँगन
चंद लम्हे बस ख़ुशी के
और फिर खाली सूना सा आँगन

वोही अंधियारी काली रातें
वोही अंधियारे सूने से दिन
वोही ख़ामोशी हर पल चारसु
वोही तन्हाई हरसु हर दम

तू गया तो रुकी सारी सांसें
मर भी जाएँ तो अब नहीं कोई गम
मर भी जाएँ तो अब नहीं कोई गम

चंद लम्हें बस ख़ुशी के

दिल धड़कना ही जैसे हो भूल गया
पल गुज़रता गुज़रता यूँ थम सा गया
साँसें पत्थर हुई, रूह पत्थर हुए
लफ़्ज़ों का साथ इज़हार ने छोड़ दिया
नम है आखें, राह पर संग

मर भी जाएँ तो अब नहीं कोई गम
मर भी जाएँ तो अब नहीं कोई गम

चंद लम्हें बस ख़ुशी के

हूंक उठती है हर हर दिल के आगोश में
कैसे ढूँढू तुम्हें
तुम कहाँ खो गए
ज़िन्दगी में तुफानो का मजमा लगा
ता नज़र सन्नाटे के दायरे बने
धुंध ही धुंध नहीं तू मेरे संग

मर भी जाएँ तो अब नहीं कोई गम
मर भी जाएँ तो अब नहीं कोई गम

चंद लम्हें बस ख़ुशी के
और फिर खाली सूना सा आँगन
वोही अंधियारी काली रातें
वोही अंधियारे सूने से दिन
वोही ख़ामोशी हर पल चारसु
वोही तन्हाई हरसु हर दम

तू गया तो रुकी सारी सांसें
मर भी जाएँ तो अब नहीं कोई गम
मर भी जाएँ तो अब नहीं कोई गम
मर भी जाएँ तो अब नहीं कोई गम



Credits
Writer(s): Daniel B George, Asma
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