Rabba Main Toh Mar Gaya Oye (Rahat)

कोई दिल बेकाबू कर गया
और इश्काँ दिल में भर गया, (दिल में भर गया)

कोई दिल बेकाबू कर गया
और इश्काँ दिल में भर गया
आँखों आँखों में वो लाखों गल्लां कर गया ओये
ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये
शदाई मुझे कर गया कर गया ओये
ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये
शदाई मुझे कर गया कर गया ओये

अब दिल चाहे खामोशी के होठों पे मैं लिख दू
प्यारी सी बातें कई, (बातें कई)
हो, कुछ पल मेरे नाम करे वो
मैं भी उसके नाम पे लिखुं मुलाक़ातें कई, (मुलाक़ातें कई)
हो, पहली ही तकनी में बन गयी जान पे
नैना वैना उसके मेरे दिल पे छपे
अब जाऊं कहाँ पे
दिल रुका है वहां पे
जहां देख के मुझे वो आगे बढ़ गया ओये
ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये
शदाई मुझे कर गया कर गया ओये
ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये
शदाई मुझे कर गया कर गया ओये

मौसम के आज़ाद परिंदे, हाथों में है उसके
या वो बहारों सी है, (बहारों सी है)
सर्दी की वो धुप के जैसी, गर्मी की शाम है
पहली फुहारों सी है

मेरे प्यार का मौसम भी है, लगे मेरी महरम भी है
मेरे प्यार का मौसम भी है, लगे मेरी महरम भी है
जाने क्या क्या दो आँखों में मैं पढ़ गया ओये
हो रब्बा मैं तो मर गया ओये
शदायी मुझे कर गया कर गया ओये
हो रब्बा मैं तो मर गया ओये
शदायी मुझे कर गया कर गया ओये

कोई दिल बेकाबू कर गया
और इश्काँ दिल में भर गया
आँखों आँखों में वो लाखों गल्लां कर गया ओये
ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये
शदाई मुझे कर गया कर गया ओये
ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये
शदाई मुझे कर गया कर गया ओये



Credits
Writer(s): Irshad Kamil
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