Baaki Hai

सोने से पहले देख के सोना
नींद में पूछूं की तुम हो ना
सुबह सुबह जब आँखें मैं खोलूं
आके सिरहाने तुम बैठो ना
मेरे लिए तेरा इतना
करना ही काफी है
मुझको तुमसे इश्क़ हो गया
तुमको होना बाकी है

मुझको तुमसे इश्क़ हो गया
तुमको होना बाकी है
मुझको तुमसे इश्क़ हो गया
तुमको होना बाकी है

आँख में तेरी घर हो मेरा
गोद में तेरी सर हो मेरा
पूछते हो जब कैसा हूँ मैं
हाल तभी बेहतर हो मेरा

मेरी रजा तू जान गया
अब तू भी क्या राज़ी है

मुझको तुमसे इश्क़ हो गया
तुमको होना बाकी है
मुझको तुमसे इश्क़ हो गया
तुमको होना बाकी है

मुझको तुमसे इश्क़ हो गया
तुमको होना बाकी है

आ. आ.

काँधे पे तेरे सर रखते ही
मुझे बहोत आराम मिले
मेरी दिन और दोपहर को
तुझसे ही तो शाम मिले

तेरे बिना तो मेरी
हर एक सांस आधी है

मुझको तुमसे इश्क़ हो गया
तुमको होना बाकी है
मुझको तुमसे इश्क़ हो गया
तुमको होना बाकी है

मुझको तुमसे इश्क़ हो गया
तुमको होना बाकी है



Credits
Writer(s): Abhendra Kumar Upadhyay, Vibhas
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