Mere Naam Tu (From "Zero")

वो रंग भी क्या रंग है
मिलता ना जो तेरे होंठ के रंग से हू-ब-हू
वो खुशबू क्या खुशबू
ठहरे ना जो तेरी साँवली ज़ुल्फ़ के रू-ब-रू

तेरे आगे ये दुनिया है फीकी सी
मेरे बिन तू ना होगी किसी की भी
अब ये ज़ाहिर सर-ए-आम है, एलान है

जब तक जहाँ में सुबह-शाम है
तब तक मेरे नाम तू
जब तक जहाँ में मेरा नाम है
तब तक मेरे नाम तू

जब तक जहाँ में सुबह-शाम है
तब तक मेरे नाम तू
जब तक जहाँ में मेरा नाम है
तब तक मेरे नाम तू

उलझन भी हूँ तेरी, उलझन का हल भी हूँ मैं
थोड़ा सा ज़िद्दी हूँ, थोड़ा पागल भी हूँ मैं

बरखा, बिजली, बादल झूठे
झूठी फूलों की सौगातें
सच्ची तू है, सच्चा मैं हूँ
सच्ची अपने दिल की बातें

दस्तख़त हाथों से हाथों पे कर दे तू
ना कर आँखों पे पलकों के परदे तू
क्या ये इतना बड़ा काम है? एलान है

जब तक जहाँ में सुबह शाम है
तब तक मेरे नाम तू
जब तक जहाँ में मेरा नाम है
तब तक मेरे नाम तू

जब तक जहाँ में सुबह शाम है
तब तक मेरे नाम तू
जब तक जहाँ में मेरा नाम है
तब तक मेरे नाम तू

मेरे ही घेरे में घूमेगी हर पल तू ऐसे
सूरज के घेरे में रहती है धरती ये जैसे
पाएगी तू खुद को ना मुझ से जुदा
तू है मेरा आधा सा हिस्सा सदा

टुकड़े कर चाहे ख़ाबों के तू मेरे
टूटेंगे भी तो रहने हैं वो तेरे
तुझको भी तो ये इल्हाम है, एलान है



Credits
Writer(s): Irshad Kamil, Ajay Gogavale, Atul Gogavale
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