Katra Katra

Yeah, yeah
Yeah, yeah, yeah
Yeah, yeah
Whoa, whoa

क़तरा-क़तरा जीता हूँ
अब तिनका-तिनका मरता हूँ
मैं क्या करूँ? (मैं क्या करूँ?)

बेबसी है, उदासी है
तन्हाई बढ़ती जाती है
मैं क्या करूँ? (मैं क्या करूँ?)

अंदर-अंदर टूटा है, एक सपना मेरा रूठा है
दिल में मेरे बेताबियाँ हैं आजकल

Yeah, yeah
Whoa, whoa, whoa
Yeah, yeah, yeah
Whoa, whoa

तू दूर है कहीं, लगता है पास है
बुझती नहीं कभी, ये कैसी आस है?
वो बोलना तेरा पूरी रात, रात-भर
सो जाना तेरा काँधे पे रख के सर
अब जलते हैं, सुलगते हैं गुज़रे वो पल

Yeah, yeah
Whoa, whoa, whoa
Yeah, yeah, yeah
Whoa, whoa

क़तरा-क़तरा जीता हूँ
अब तिनका-तिनका मरता हूँ, मैं क्या करूँ?
बेबसी है, उदासी है
तन्हाई बढ़ती जाती है, मैं क्या करूँ?

जाते हुए तुम्हें रोका भी था
मुड़कर तुम्हें तभी देखा भी था
जिनका नहीं निशाँ कोई वो बातें भूलकर
ठहरी है ज़िंदगी, आ जाओ लौटकर
तन्हा हूँ मैं, बेकल भी हूँ मैं आजकल

Yeah, yeah
Whoa, whoa, whoa
Yeah, yeah, yeah
Whoa, whoa

क़तरा-क़तरा जीता हूँ
अब तिनका-तिनका मरता हूँ, मैं क्या करूँ?
बेबसी है, उदासी है
तन्हाई बढ़ती जाती है, मैं क्या करूँ?

अंदर-अंदर टूटा है, एक सपना मेरा रूठा है
दिल में मेरे बेताबियाँ हैं आजकल

Yeah, yeah
Whoa, whoa, whoa
Yeah, yeah, yeah
Whoa, whoa



Credits
Writer(s): Hriju Roy, Sunil Sirvaiya
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