Pehli Baar

पहली बार जो देखा
मुझे तुमसे हुई नफ़रत
कब कैसे मोहब्बत हो गई
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई
दो निगाहें मिलीं
धड़कनें बढ़ गईं
कुछ इशारा हुआ
शरारत हो गई
मोहब्बत हो गई

पहली बार जो देखा
मुझे तुमसे हुई नफ़रत
कब कैसे मोहब्बत हो गई
हाँ मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई

रातों को ख्वाबों में कोई भी आता ना था
आ के अकेले में ऐसे जगाता ना था
हर जगह, हर घड़ी
बेकरारी बढ़ी
चैन जाने लगा
ये चाहत हो गई
मोहब्बत हो गई

पहली बार जो देखा
मुझे तुमसे हुई नफ़रत
कब कैसे मोहब्बत हो गई
हाँ मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई

पहले मेरा हाल ऐसा ना था जानेमन
ना बेखयाली थी, ना था ये दीवानापन
ना है तेरी ख़ता ना मुझे है पता
जाने कैसे कहाँ
ये हालत हो गई
मोहब्बत हो गई

पहली बार जो देखा
मुझे तुमसे हुई नफ़रत
कब कैसे मोहब्बत हो गई
हो मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई

दो निगाहें मिलीं
धड़कनें बढ़ गईं
कुछ इशारा हुआ
शरारत हो गई
मोहब्बत हो गई

पहली बार जो देखा
मुझे तुमसे हुई नफ़रत
कब कैसे मोहब्बत हो गई
हाँ मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई
हाँ अब ऐसे मोहब्बत हो गई
हाँ अब ऐसे मोहब्बत हो गई

मोहब्बत हो गई



Credits
Writer(s): Sameer Anjaan, Sandeep Chowta
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link