Tum Hi Ho-Rehnuma

गुज़री हूँ जब से मैं तेरे दर से
हँसने लगी हूँ खुल के मैं, रहबर
हो, दर्द से रिश्ता तेरा जुड़ा तो
अब मुस्कुराते हैं मेरे मंज़र

कोई लमहा मेरा ना हो तेरे बिना
हर साँस पे नाम तेरा

क्योंकि तुम ही हो, अब तुम ही हो
ज़िंदगी अब तुम ही हो
चैन भी, मेरा दर्द भी
मेरी आशिक़ी अब तुम ही हो

हम तेरे बिन अब रह नहीं सकते
तेरे बिना क्या वजूद मेरा?
तुझसे जुदा अगर हो जाएँगे
तो ख़ुद से ही हो जाएँगे जुदा
बस तू ही तू मुझे याद है

दिल की नमाज़ें जा के पहुँची फ़लक से आगे
तो जा के पाया तुझको, मेरे रहनुमा
बाँहों से आगे तेरी दुनिया नहीं है मेरी
रख ले यहीं तू मुझको, मेरे रहनुमा

क्योंकि तुम ही हो, अब तुम ही हो
ज़िंदगी अब तुम ही हो

तेरे लिए ही जिया मैं
ख़ुद को जो यूँ दे दिया है
तेरी वफ़ा ने मुझको सँभाला
सारे ग़मों को दिल से निकाला

तेरे साथ मेरा है नसीब जुड़ा
तुझे पा के अधूरा ना रहा, mmm-mmm

तुम ही हो, मेरे रहनुमा
क्योंकि तुम ही हो, अब तुम ही हो
ज़िंदगी अब तुम ही हो
चैन भी, मेरा दर्द भी
मेरी आशिक़ी तुम ही हो



Credits
Writer(s): Manoj Muntashir, Mithoon, Abhijit Vaghani, Sagar Lahauri, Sunny Bawra, Inder Bawra
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