Dil Ki Kalam Se

दिल की क़लम से चाहत का हम
पहला एहसास लिखेंगे, लिखेंगे
हम अपनी मोहब्बत का, हम अपनी मोहब्बत का
नया इतिहास लिखेंगे, नया इतिहास लिखेंगे

दिल की क़लम से चाहत का हम
पहला एहसास लिखेंगे, लिखेंगे
हम अपनी मोहब्बत का, हम अपनी मोहब्बत का
नया इतहास लिखेंगे, नया इतहास लिखेंगे

हो, ख़्वाबों में रहते हैं, पलकों में हैं घर हमारा
अंबर पे चमकेगा अपनी वफ़ा का सितारा
इन आसमानों से ऊँची अपनी तो परवाज़ हैं
रोके कभी ना रुकेंगी धड़कन की आवाज़ हैं

इस प्रेम ग्रंथ में हम नाम अपना
धरती-आकाश लिखेंगे, लिखेंगे
हम अपनी मोहब्बत का, हम अपनी मोहब्बत का
नया इतिहास लिखेंगे, नया इतिहास लिखेंगे

हो, सीने पे सर रख के सोने को जी चाहता है
ना जाने क्यूँ मिल के रोने को जी चाहता है, हाँ
हम दोनों अब आशिक़ी में हद से गुज़रने लगे हैं
साँसों की गलियों से होके जाँ में उतरने लगे हैं

लब पे सनम के महके शबनम से
होंठों की प्यास लिखेंगे, लिखेंगे
हम अपनी मोहब्बत का, हम अपनी मोहब्बत का
नया इतिहास लिखेंगे, नया इतहास लिखेंगे
नया इतिहास लिखेंगे



Credits
Writer(s): Sameer, Dilip Sen-sameer Sen
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