Tune Mujhko

एक उम्र का सफ़र एक पल में कट गया
ज़िंदा तो हूँ, मगर टुकड़ों में बँट गया
ज़िंदा तो हूँ, मगर टुकड़ों में बँट गया

तूने मुझको दीवाना किया कुछ इस क़दर
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र

तूने मुझको...
तूने मुझको दीवाना किया कुछ इस क़दर
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र

तूने मुझको दीवाना किया कुछ इस क़दर
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र

तू ही तू देखूँ जिधर
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र

हो, तेरी अदा सब से जुदा
मैं हो गया तुझपे फ़िदा
तेरी अदा सब से जुदा
मैं हो गया तुझपे फ़िदा

मेरा दिल अनजाना, बना तेरा निशाना
ज़ख़्म ऐसा लगा है, मुश्किल है बताना
तेरा-मेरा अफ़साना

तेरी यादों में खोया रहा शाम-ओ-सहर
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र

तू हमसफ़र, तू ज़िन्दगी
मैंने किया तुझपे यक़ीं
तू हमसफ़र, तू ज़िन्दगी
मैंने किया तुझपे यक़ीं

टूट के तुझको चाहूँ, ज़िंदगानी लुटाऊँ
बस तेरी धडकनों को अपने दिल में छुपाऊँ
लुट जाऊँ, मिट जाऊँ

तेरे प्यार ने कुछ ऐसा किया मुझे बेख़बर
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र

तूने मुझको दीवाना किया कुछ इस क़दर
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र

एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र
एक तेरे सिवा कुछ ना आए नज़र



Credits
Writer(s): Sameer
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