Ae Aasmaan

ऐ आसमाँ, तेरी ज़मीन पर
कब तलक चलेगा
ये कब तलक
ये कब तलक

ऐ आसमाँ, तेरी ज़मीन पर
ऐ आसमाँ, तेरी ज़मीन पर
कब तलक चलेगा
ये कब तलक
ये कब तलक

टुकड़े-टुकड़े कर के धरती माँ के दिल के
हमने डाल दिया है ख़ुद को ही मुश्किल में
ये सियासत हमारी, ये सियासत तुम्हारी
कुछ ख़ुदा के हैं बंदे, राम के कुछ पुजारी

एक हैं, एक हम आसमाँ के लिए
नाम हमने ज़मीं पर जुदा कर लिए

ऐ आसमाँ, तेरी ज़मीन पर
कब तलक चलेगा
ये कब तलक
ये कब तलक

किस लिए, किस के लिए होती ये जंग है
रब ने तो सिखाया था कि रहना संग है
हर तरफ़ नफ़रतें हैं, हर तरफ़ मुश्किलें हैं
रास्ते हैं ये कैसे, कौन सी मंज़िलें हैं

ज़िंदगी मौत से मिल रही है गले
हक़ वतन के सिपाही अदा कर चले

ऐ आसमाँ, तेरी ज़मीन पर
ऐ आसमाँ, तेरी ज़मीन पर
कब तलक चलेगा
ये कब तलक
ये कब तलक



Credits
Writer(s): Anand Raj Anand
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