Jisne Mere Sapne

जिसने मेरे सपने महकाएँ
मुझसे मिलके वो क्यूँ शरमाए?
जाने उसके दिल में क्या-क्या हो
उसको सोचूँ तो कुछ हो जाए

ना जाने अब क्या करे ये दिल की लगी
मुश्किल में आने लगी है ये ज़िन्दगी, ये ज़िन्दगी

जिसने मेरे सपने महकाएँ
मुझसे मिलके वो क्यूँ शरमाए?
जाने उसके दिल में क्या-क्या हो
उसको सोचूँ तो कुछ हो जाए

ये दिल तो अब है उसका, ये जान अब है उसकी
वो आरज़ू जीने की, मुझे तलब है उसकी
कहे मेरा दिल; "उसका ख़याल मुझे रात-दिन सताए"

जिसने मेरे सपने महकाएँ
मुझसे मिलके वो क्यूँ शरमाए?
जाने उसके दिल में क्या-क्या हो
उसको सोचूँ तो कुछ हो जाए

नज़र, नज़र से मिलकर बना है ये अफ़साना
मैं जिस तरह जलता हूँ, जलेगा क्या परवाना?
मेरा हाल-ए-दिल जाने ना वो, कोई तो उसे बताए

जिसने मेरे सपने महकाएँ
मुझसे मिलके वो क्यूँ शरमाए?
जाने उसके दिल में क्या-क्या हो
उसको सोचूँ तो कुछ हो जाए

ना जाने अब क्या करे ये दिल की लगी
मुश्किल में आने लगी है ये ज़िन्दगी, ये ज़िन्दगी

जिसने मेरे सपने महकाएँ
मुझसे मिलके वो क्यूँ शरमाए?
जाने उसके दिल में क्या-क्या हो
उसको सोचूँ तो कुछ हो जाए



Credits
Writer(s): Nikhil-vinay, Faaiz Anwar
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