Jo Hum Na Milenge To Gul Na Khilenge

जो हम ना मिलेंगे तो गुल ना खिलेंगे
है मिलना ज़रूरी हमारा, सनम

जो हम ना मिलेंगे तो गुल ना खिलेंगे
है मिलना ज़रूरी हमारा, सनम
जान की क़सम, हो, तेरी जान की क़सम

ये कैसी है हलचल, नहीं चैन एक पल
धड़कता है दिल क्यूँ बताओ, सनम?
जान की क़सम, तेरी जान की क़सम

समंदर में रह-रह के उठती ये कैसी लहर है?
समंदर में रह-रह के उठती ये कैसी लहर है?
मचलता है हर वक़्त दिल क्यूँ? ये कैसी उमर है?

हाँ, आजा, मेरी बाँहों में आ
ऐसे ना तू बातें बना

ओ, हटो, छोड़ो, जाओ, मुझे ना सताओ
करो ना, सनम, मुझ पे ऐसे सितम
जान की क़सम, तेरी जान की क़सम

नज़र में बसा लो, गले से मुझे तुम लगा लो
नज़र में बसा लो, गले से मुझे तुम लगा लो
अगन जो लगी है, सनम, आओ मिलके बुझा लो

हाँ, कुछ मुझे होने लगा
दिल मेरा, हाँ-हाँ, खोने लगा

ये ज़ुल्फ़ें हटाओ, ये चेहरा दिखाओ
तुम्हें देखे बिना जी ना पाएँगे हम
जान की क़सम, हो, तेरी जान की क़सम

जो हम ना मिलेंगे तो गुल ना खिलेंगे
है मिलना ज़रूरी हमारा, सनम
जान की क़सम (हो, तेरी जान की क़सम)
जान की क़सम (हो, तेरी जान की क़सम)



Credits
Writer(s): Sameer
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link