Kasam Se Kasam Se

आग लगे, जल जाएँ दुनिया, कुछ भी नज़र ना आए
होके जुदा जीने से अच्छा आशिक़ ही मर जाए

क़सम से, क़सम से, ओ रब्बा, क़सम से
क़सम से, क़सम से, ओ रब्बा, क़सम से

अब ना जुदाई...
अब ना जुदाई सहीं जाएँ हमसे

क़सम से, क़सम से, ओ रब्बा, क़सम से
क़सम से, क़सम से, ओ रब्बा, क़सम से

अब ना जुदाई...
अब ना जुदाई सहीं जाएँ हमसे

क़सम से, क़सम से, हो रब्बा, क़सम से
क़सम से, क़सम से...

घुँगरू बजाती है रुत ये सुहानी
काली घटा से बरसता है पानी
घुँगरू बजाती है रुत ये सुहानी
काली घटा से बरसता है पानी

हम जल रहें हैं बिरहा के ग़म से
हम जल रहें हैं बिरहा के ग़म से

क़सम से, क़सम से, हो रब्बा, क़सम से
क़सम से, क़सम से...

चंदा से तारे हैं दूर जितने
हम पास रह के हैं दूर उतने
हो, चंदा से तारे है दूर जितने
हम पास रह के हैं दूर उतने

टूट गया है दिल ज़ुल्म-ओ-सितम से
टूट गया है दिल ज़ुल्म-ओ-सितम से

क़सम से, क़सम से, ओ रब्बा, क़सम से
क़सम से, क़सम से...

माथे की बिंदिया चमकती नहीं है
हाथों की चूड़ी खनकती नहीं है
माथे की बिंदिया चमकती नहीं है
हाथों की चूड़ी खनकती नहीं है

मेहँदी निगोडी भी क्या रंग लाई
रात मिलन की बनी रे जुदाई

हम मिल ना पाएँ अपने बलम से
हम मिल ना पाएँ अपने बलम से

क़सम से, क़सम से, हो रब्बा, क़सम से
क़सम से, क़सम से, हो रब्बा, क़सम से

अब ना जुदाई...
अब ना जुदाई सहीं जाएँ हमसे



Credits
Writer(s): Sameer
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