Pyar Ki Baarish

प्यार की बारिश कर दे
गिरा दे परदे हया के
आजा पहलू में मेरे
मुक़म्मल मैं हो जाऊँगा
मुक़म्मल मैं हो जाऊँगा

प्यार की बारिश कर दे
गिरा दे परदे हया के
आजा पहलू में मेरे
मुक़म्मल मैं हो जाऊँगा
मुक़म्मल मैं हो जाऊँगा

लबों से तुमको मैं पढ़ लूँ
कैद सीने में कर लूँ
दिल में रह ले तू मेरे
मुक़म्मल मैं हो जाऊँगा
मुक़म्मल मैं हो जाऊँगा

तेरी चाहत से लिखे मेरे दिल के सफ़े
जब भी खोले ये लब तू मिला हर दफ़े
तेरी चाहत से लिखे मेरे दिल के सफ़े
जब भी खोले ये लब तू मिला हर दफ़े

मेरा तू आसरा लफ़्ज़ में बह रहा
तेरे बिन कैसे मैं रह पाऊँ यहाँ

तेरी हर चीज़ पे बस हक़ है मेरा
लफ़्ज़ लब को मिला दिल ये धड़के मेरा
तेरी हर चीज़ पे बस हक़ है मेरा
लफ़्ज़ लब को मिला दिल ये धड़के मेरा

चाँदनी रात है, बाहों में चाँद है
आजा मिल के दोनों करें गुस्ताखियाँ

प्यार की बारिश, गिरा दे परदे
आजा पहलू में
मुक़म्मल मैं हो जाऊँगा
मुक़म्मल मैं हो जाऊँगा
मुक़म्मल मैं हो



Credits
Writer(s): Faraaz Ahmed
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