Dhanno Ki Aankhon Mein (From "Kitaab")

धन्नो की आँखों में है रात का सुरमा और चाँद का चुम्मा
अरे, धन्नो की आँखों में है रात का सुरमा और चाँद का चुम्मा

हो, जहरीली तेरे बिना रात लगे
छाला पड़े आग जैसे चाँद पे जो हाथ लगे (या)
जहरीली तेरे बिना रात लगे
छाला पड़े आग जैसे चाँद पे जो हाथ लगे

धन्नो का गुस्सा है, हाँ, पीर का जुम्मा और चाँद का चुम्मा
हो, धन्नो की आँखों में है रात का सुरमा और चाँद का चुम्मा

ओ, धन्नो तुझे ख़्वाब में देखा है
लैला की, हीर की किताब में देखा है
धन्नो तुझे ख़्वाब में देखा है, हाए
लैला की, हीर की किताब में देखा है

धन्नो की आँखों में है नूर का सुरमा और चाँद का चुम्मा

धन्नो की आँखों में है रात का सुरमा और चाँद का चुम्मा



Credits
Writer(s): Gulzar, Rahul Dev Burman
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