Barsaat Ke Din Aaye

बरसात के दिन आए
मुलाक़ात के दिन आए

बेताबियों के शरारे बिछे हैं
ये सावन की रिमझिम झड़ी है
क़दम बेख़ुदी में बहकने लगे हैं
ये मदहोशियों की घड़ी है

बरसात के दिन आए, मुलाक़ात के दिन आए
हम सोच में थे जिनके उस रात के दिन आए
बरसात के दिन आए, बरसात के दिन आए

जलते रहे हम ख़यालों की लौ से
सही हमने बरसों जुदाई
छम-छम बरसती सुहानी घटा ने
अजब सी अगन है लगाई

बरसात के दिन आए, मुलाक़ात के दिन आए
हम सोच में थे जिनके उस रात के दिन आए
बरसात के दिन आए, बरसात के दिन आए

ना तुम होश में हो, ना हम होश में हैं
बहक जाएँ ना, तुम सँभालो हमें
गुज़ारिश यही है तमन्नाओं की
सनम, बाज़ुओं में उठा लो हमें

ज़ज्बात के दिन आए, मुलाक़ात के दिन आए
हम सोच में थे जिनके उस रात के दिन आए
बरसात के दिन आए, बरसात के दिन आए

दीवानी, दीवानी, जवानी मस्तानी
गर्म साँसों में तूफ़ान है
दीवाना, दीवाना, समाँ है दीवाना
ज़रा सी चाहत भी बेईमान है

धुआँ सा उठे हैं कहीं जिस्म से
कहो बादलों से, बरसते रहे
सहा जाए ना ये जुदाई का ग़म
भला कब तलक हम तरसते रहें?

बारात के दिन आए, मुलाक़ात के दिन आए
हम सोच में थे जिनके उस रात के दिन आए
बरसात के दिन आए, बरसात के दिन आए



Credits
Writer(s): Naqash Haider
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