Sai Ke Roop Mein Ishwar Ke

साईं के रूप में ईश्वर के अवतार का दर्शन होता है
साईं के रूप में ईश्वर के अवतार का दर्शन होता है

नित दिन ही हमें साईं में हर नये...
नित दिन ही हमें साईं में हर नये आकार का दर्शन होता है

साईं के रूप में ईश्वर के...
साईं के रूप में ईश्वर के अवतार का दर्शन होता है

श्रद्धा जो रखें उनको साईं के...
श्रद्धा जो रखें उनको साईं के दरबार का दर्शन होता है

साईं के रूप में ईश्वर के
ईश्वर के, ईश्वर के, ईश्वर के
ईश्वर के, ईश्वर के, ईश्वर के

रात-दिन है वो, वो ही तो मौसम है
रंग है फूल, खुशबू, वो शबनम है
मंद झोंके हवा के वो बन जाए
साईं सूरज बने, किरणें बिखराए

साईं धरा, साईं गगन, चाँद और चाँदनी वो
अंतर की आँखों से साईं में संसार का दर्शन होता है

नित दिन ही हमें साईं में हर नये...
नित दिन ही हमें साईं में हर नये आकार का दर्शन होता है

साईं के रूप में ईश्वर के
ईश्वर के, ईश्वर के, ईश्वर के
हाँ, ईश्वर के, ईश्वर के, ईश्वर के

साईं श्रद्धा है, खुद ही सबूरी है
इसका मतलब समझना ज़रूरी है
साईं सरगम है, साईं तराना है
गीतों में साईं का सुर सजाना है

धड़कनों में ताल बना छेड़ रहा के मन के तारों को
साईं के रंग में जो रंगे, हाँ, उनको किरदार का दर्शन होता है

श्रद्धा जो रखें उनको साईं के...
श्रद्धा जो रखें उनको साईं के दरबार का दर्शन होता है

साईं के रूप में ईश्वर के...
साईं के रूप में ईश्वर के अवतार का दर्शन होता है

नित दिन ही हमें साईं में हर नये...
नित दिन ही हमें साईं में हर नये आकार का दर्शन होता है

साईं के रूप में ईश्वर के
ईश्वर के, ईश्वर के, ईश्वर के
ईश्वर के, ईश्वर के, ईश्वर के

हाँ, ईश्वर के, ईश्वर के, ईश्वर के
हाँ, ईश्वर के, ईश्वर के, ईश्वर के
ईश्वर के, ईश्वर के, ईश्वर के
ओ, हाँ, ईश्वर के, ईश्वर के, ईश्वर के



Credits
Writer(s): Bharat Acharya, Shravan Rathod, Nadeem Saifi
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