Zindagi Ki Yehi Reet Hai

थोड़ी बारिश हो गई तो आसमाँ धुल गया
बादलों के बीच कोई रास्ता खुल गया

रोने से कभी डरना तू नहीं
गुनगुना जो तेरा गीत है

ज़िंदगी की यही रीत है
हार के बाद ही जीत है

ज़िंदगी की यही रीत है
हार के बाद ही जीत है
थोड़े आँसू हैं, थोड़ी हँसी
आज ग़म है तो कल है खुशी

ज़िंदगी की यही रीत है
हार के बाद ही जीत है
हार के बाद ही जीत है

ये हवा तो चल रही है
पर इसके पाँव हैं कहाँ?

ये हवा तो चल रही है
पर इसके पाँव हैं कहाँ?
मछलियाँ घर जा रही हैं
इनके गाँव हैं कहाँ?

ये जो पहेली, बड़ी अलबेली
चलो मिल के सुलझाएँ हम
Friendship वो ship है जो डूबे कभी ना
चलो दोस्त बन जाएँ हम

ओ, संग तेरे खेले
जो छोड़े ना अकेले
वही तो तेरा मीत है

ज़िंदगी की यही रीत है
हार के बाद ही जीत है
थोड़े आँसू हैं, थोड़ी हँसी
आज ग़म है तो कल है खुशी

ज़िंदगी की यही रीत है
हार के बाद ही जीत है
हार के बाद ही जीत है



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Laxmikant Kudalkar, Sharma Pyarelal
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