Asha Puri Karta Hai Sabki Din Raat

द्वार ये कालिका माई का
द्वार ये कालिका माई का
दुख हरणी, सुखदाई का
द्वार ये कालिका माई का
दुख हरणी, सुखदाई का

आशा पूरी करता...

हाँ, आशा पूरी करता है सबकी दिन-रात
बनती सबकी है बात
यहाँ हीरे-मोतियों की होती बरसात
बनती सबकी है बात

आशा पूरी करता है सबकी दिन-रात
बनती सबकी है बात
हो, बनती सबकी है बात

यहाँ जो भी वंदन करते माँ का चिंतन
ओ, यहाँ जो भी वंदन करते माँ का चिंतन, चिंता होती दूर
दुख-संताप की कड़ियाँ पल में होती चकनाचूर

भवन ये माँ महामाई का
दुख हरणी, सुखदाई का
भवन ये माँ महामाई का
दुख हरणी, सुखदाई का

आशा पूरी करता...

हाँ, आशा पूरी करता है सबकी दिन-रात
बनती सबकी है बात
यहाँ हीरे-मोतियों की होती बरसात
बनती सबकी है बात

आशा पूरी करता है सबकी दिन-रात
बनती सबकी है बात
ओ-हो-हो, बनती सबकी है बात

निष्ठा से जो आकर, ओ, सिरों को झुकाकर
हाँ, निष्ठा से जो आकर, सिरों को झुकाकर करते मन से पुकार
जनम-जनम के सपने उनके होते यहाँ साकार

द्वार ये सबकी सहाई का
दुख हरणी, सुखदाई का
द्वार ये सबकी सहाई का
दुख हरणी, सुखदाई का

आशा पूरी करता...

हाँ, आशा पूरी करता है सबकी दिन-रात
बनती सबकी है बात
यहाँ हीरे-मोतियों की होती बरसात
बनती सबकी है बात

आशा पूरी करता है सबकी दिन-रात
बनती सबकी है बात
आ-हा-हा, बनती सबकी है बात



Credits
Writer(s): Balbir Nirdosh, Himesh Reshammiya
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