Sambhala Hai Maine (Jhankar)

सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
ज़ुबाँ पर तेरा फिर भी नाम आ रहा है
जहाँ राज़ को छुपाया ना जाए
जहाँ राज़ को छुपाया ना जाए
मोहब्बत में ऐसा मक़ाम आ रहा है

सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
ज़ुबाँ पर तेरा फिर भी नाम आ रहा है
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को

बनाया है मैंने तुझे अपना साक़ी
रहें किस तरह फिर मेरे होश बाक़ी

हो, बनाया है मैंने तुझे अपना साक़ी
रहें किस तरह फिर मेरे होश बाक़ी
रहें किस तरह फिर मेरे होश बाक़ी

Hey, नज़र यूँ बहकने लगी है कि जैसे
नज़र यूँ बहकने लगी है कि जैसे
मेरे सामने कोई जाम आ रहा है

सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
ज़ुबाँ पर तेरा फिर भी नाम आ रहा है
जहाँ राज़ को छुपाया ना जाए
मोहब्बत में ऐसा मक़ाम आ रहा है
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को

ये ज़ुल्फ़ों के बादल घनेरे-घनेरे
मेरे बाज़ुओं पर जो तूने बिखेरे

ओ, ये ज़ुल्फ़ों के बादल घनेरे-घनेरे
मेरे बाज़ुओं पर जो तूने बिखेरे
मेरे बाज़ुओं पर जो तूने बिखेरे

मैं समझा कि जैसे मेरी धड़कनों को
मैं समझा कि जैसे मेरी धड़कनों को
तेरी धड़कनों का पयाम आ रहा है

सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
ज़ुबाँ पर तेरा फिर भी नाम आ रहा है
जहाँ राज़ को छुपाया ना जाए
मोहब्बत में ऐसा मक़ाम आ रहा है
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को



Credits
Writer(s): Anu Malik, Qateel Shifai
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